ट्रेडिंग अकाउंट के होने से आप शेयर बाजार में बिना किसी परेशानी के निवेश कर सकते हैंं। यदि आप चाहते हैंं कि शेयर ट्रेडिंग की पूरी प्रक्रिया सुरक्षित, सुविधाजनक और तेज हो तो आपके डीमैट अकाउंट के साथ आपका ट्रेडिंग खाता होना आवश्यक हैं। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे की आखीर ट्रेडिंग अकाउंट होता क्या हैं और उसके होने से आप किन सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं|
ट्रेडिंग अकाउंट एक ऐसा जरुरी अकाउंट हैं जो आपको शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने में आसानी करता हैं। इसे आप ऑनलाइन सेविंग्स खाते की तरह सोचिए जिसकी मदत से आपको शेयर्स को खरीदने और ट्रेड्स की जानकारी रखने में सुविधा होती हैं। ट्रेडिंग अकाउंट के कई लाभ हैंं। ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये निवेशक वित्तीय बाजार में शेयर, विदेशी मुद्रा और कोमोडिटी जैसी एसेट्स को खरीद और बेच सकते हैं| आपका ट्रेडिंग खाता आपकी नकद, एसेट्स और किसी भी अन्य होल्डिंग्स को सुरक्षित रखता हैं|
व्यापार के पुराने दिनों में, स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर्स हाथ के संकेतों का इस्तेमाल करके और मौखिक रूप से शेयर्स की खरीद/बिक्री किया करते थे। जब दुनिया भर के शेयर बाजारों ने इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को अपनाया, तो शेयर मार्केट की गड़बड़ी सुलझ गयी। आजकल ऑनलाइन पद्धति के चलते, ट्रेडर्स को शेयर्स खरीदने/बेचने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में शारीरिक रूप से मौजूद होना जरुरी नहीं हैं। आजकल ट्रेडर्स ट्रेडिंग अकाउंट खोलते हैंं, जिस ट्रेडिंग खाते की एक विशिष्ट ट्रेडिंग आईडी होती हैं जिसका उपयोग सभी ऑनलाइन लेनदेन को करने के लिए किया जाता हैं।
ट्रेडिंग खाता कैसे काम करता हैं, यह समझने के लिए आपको ये जानना जरुरी हैं की ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बिच में क्या अंतर है। ट्रेडिंग खाता एक निवेशक के बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी होता हैं। यदि कोई निवेशक कोई शेयर खरीदना चाहता हैं, तो उसे अपने ट्रेडिंग खाते के माध्यम से ऑर्डर देना होता हैं। उसके बाद यह लेनदेन स्टॉक एक्सचेंज की प्रोसेसिंग के लिए आगे चली जाती हैं। एक बार आर्डर कम्प्लीट होने के बाद, आवश्यक संख्या में शेयर्स ट्रेडर के डीमैट अकाउंट में जमा कर दिए जाते हैं| उसके अनुपात में धनराशि उनके बैंक खाते से निकाल ली जाती हैं। तो मूल रूप से, एक ट्रेडिंग खाता एक निवेशक के डीमैट अकाउंट और बैंक खाते को जोड़ने का काम करता हैं।
जब इक्विटी शेयरों की बात आती हैं तो इसी तरह की प्रक्रिया का पालन किया जाता हैं। उदाहरण के लिए, एक निवेशक अपने ट्रेडिंग खाते के माध्यम से 100 शेयरों के लिए बिक्री आदेश देता हैं। यह आदेश संबंधित स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेसिंग के लिए भेजा जाता हैं, और एक बार आर्डर कम्प्लीट होने के बाद, आवश्यक संख्या में शेयर्स डेबिट हो जाते हैंं, और उसके अनुपात में धनराशि उनके बैंक खाते में जमा की जाती हैं।
इस ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ही शेयर्स खरीदने का ऑर्डर देना संभव हो सकता हैं। निवेशक अलग-अलग उद्देश्यों के लिए अलग-अलग स्टॉक ब्रोकरों के साथ कई ट्रेडिंग खाते खोल सकता हैं। ट्रेडर्स द्वारा ट्रेडिंग खातों का उपयोग करने के कुछ सबसे लोकप्रिय कारण हैं -
आपका ट्रेडिंग खाता आपकी वन-स्टॉप एक्सेस हैं: भारत में कई स्टॉक एक्सचेंज हैंं जो विभिन्न वस्तुओं और एसेट्स में व्यापार करते हैंं। इनमें से कुछ हैं -
ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट होने से आपको इन सभी एक्सचेंजों पर एक समान प्लेटफॉर्म से ट्रेड करने में आसानी होती हैं। ट्रेडिंग खाता होने से ट्रेडर्स कई लाभ उठा सकते हैं जैसे की -
आज, ऑनलाइन बैंकिंग और ट्रेडिंग ने पूरी निवेश प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा आसान बना दिया हैं। एक इंट्राडे ट्रेडिंग खाता होने से आपके लिए अपने निवेश पर अनुकूल स्थिति में बने रहना आसान हो जाता हैं। आप अपने ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते से आसानी से और जल्दी से बचत और निवेश कर सकते हैंं।
कोई भी व्यापारी जानता हैं कि इक्विटी निवेश में सही समय पर सही निर्णय लेना बहुत जरुरी होता हैं। जब आपके पास एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता होता हैं, तो आपको वे मूल्यवान रिसर्च सेवाए और जानकारीया आसानी से मिलती हैं जो ब्रोकरेज कम्पनीज के पेशेवर ट्रेडर्स के लिए विशेष रूप से तैयार करते हैंं। ये संसाधन आपको कम समय में महत्वपूर्ण निवेश निर्णय लेने में मददगार साबित होते हैं। इससे आपके निवेश पर अधिक रिटर्न अर्जित करने की संभावनाए बढ़ जाती हैं।
चूंकि आज अधिकांश ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ऑनलाइन और ऐप पर आधारित हैंं, आप अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप और किसी भी अन्य हैंंडहेल्ड डिवाइस से अपने खाते तक आसानी से पहुंच सकते हैंं। एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते के होने से, आप कहीं से भी और किसी भी समय अपने निवेश को ट्रैक करने की सुविधा प्राप्त करते हैं।
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आज किसी भी निवेशक या ट्रेडर के लिए ट्रेडिंग अकाउंट का होना एक जरुरत बन गयी हैं। ट्रेडिंग या निवेश के लिए ट्रेडिंग अकाउंट उतना ही जरुरी हैं जितना की डीमैट अकाउंट| यदि आपके पास ट्रेडिंग खाता नहीं हैं तो आप शेयर बाजार में आगे नहीं बढ़ सकते। ट्रेडिंग खाता खोलने की ऑनलाइन प्रक्रिया अब इतनी सरल हो गई हैं की आप आसानी से अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं और तेजी से बढ़ते स्टॉक और कमोडिटी बाजारों का हिस्सा बन सकते हैं| जिससे आपके रिटर्न्स की संभावनाए बढ़ जाती हैं|
इस ब्लॉग में, हमने ट्रेडिंग अकाउंट की परिभाषा के साथ-साथ कुछ बुनियादी बातों को कवर करने का प्रयास किया हैं| इसके साथ ही हमने ट्रेडिंग खाते के फायदे समझाये हैं जैसे की सहज लेनदेन, विश्वसनीय जानकारी और आसान पहुंच| ट्रेडिंग खाता आपके डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट को जोड़ने का जरुरी काम करता हैं| ट्रेडिंग खाते के बिना शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं की जा सकती| तो बिना देरी किए, आप आपके ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं और आज ही अपना ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खोलें और अच्छे रिटर्न्स का लाभ ले।