जब भी आप शेयर बाजार के बारे में सुनते हैं, डीमैट अकाउंट का नाम ज्यादा चर्चा में आता है। शेयर बाजार में दिलचस्पी ने हाल के वर्षों में कई गुना वृद्धि की है। इसलिए डीमैट अकाउंट खोलने की मांग भी काफी बढ़ गयी है।
यदि आप सोच रहे है कि शेयर बाजार में निवेश कैसे करे (how to invest in share market in hindi) तो यहाँ पर सबसे पहला और अहम कदम है डीमैट अकाउंट खोलना। इस लेख में, हम डीमैट अकाउंट से जुड़े आवश्यक पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
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आइए, अब शुरू करते हैं!
देश में बहुत सारे स्टॉकब्रोकर मौजूद हैं जहाँ आप एक डीमैट अकाउंट खोल सकते है। आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार स्टॉकब्रोकर चुन सकतें हैं, जो सस्ती ब्रोकरेज देते हो और जिनकी बाजार में अच्छी ब्रांड (Brand) पहचान हो।
अब आपके पास डीमैट अकाउंट खोलने के दो रास्ते हैं।
आइए, अब ऑनलाइन डीमैट अकाउंट कैसे खोलते है एक नजर डालते हैं। चॉइस ब्रोकिंग (Choice) आपको दोनों जरियों ऑनलाइन या ऑफलाइन से डीमैट अकाउंट आसानी से खोलने के लिए सुविधा प्रदान करता है।
दुनिया डिजिटलीकरण की ओर जा रही है और बहुत सारे ब्रोकर्स डीमैट अकाउंट खोलने के लिए के लिए ऑनलाइन सुविधा देते हैं।
चॉइस ब्रोकिंग (Choice) आपको डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया को अपने सुविधा के जगह पर बैठकर खोलने की सुविधा देता है। ऑनलाइन डीमैट खोलने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
सफल सत्यापन के बाद आपकी अकाउंट खुल जाएगी।
बहुत सारे लोग हैं जो ऑनलाइन फोर्मट्स की सत्यता पर भरोसा नहीं करते हैं। आप डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया को ऑनलाइन फॉर्म भरकर भी पूरा कर सकते है।
आपको नज़दीकी स्टॉकब्रोकर की शाखा पर जाकर डीमैट अकाउंट खोलने के जरुरी विवरण भरना होगा।
आपको अकाउंट खोलने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कुछ जरुरी दस्तावेज भी जमा करने की जरुरत होगी।
आप यह ब्रोकर के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड करने के बाद अपना विवरण भरें, और अपने ज़रूरी दस्तावेज़ों के साथ जमा करें।
अब जब हम ज़रूरी दस्तावेज देख रहे हैं, आइए हम आवश्यक दस्तावेज पर एक नजर डालते हैं।
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए ज़रूरी दस्तावेज बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो जाते है और ये आमतौर पर सभी के पास होता है यदि आप एक सूची बनाते है और सभी कागजात संभाल कर रखते है, तो प्रक्रिया काफी आसान हो जाती है।
डीमैट अकाउंट के लिए जरुरी कागजात इस प्रकार हैं।
आप राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जारी किए कोई ID कार्ड, PAN कार्ड , Aadhar कार्ड, Driving License, Voter ID अपनी पहचान साबित करने के लिए जमा कर सकते हैं।
आधार कार्ड, उपयोगिता बिल (Utility Bills), बिजली का बिल, रेंट या सेल एग्रीमेंट (Sale agreement) पते के प्रमाण के तौर पर उपयोग किया जा सकता है।
कुछ सेग्मेंट्स जैसे की डेरिवेटिव्स इन स्टॉक बाजार को सक्रिय करने के लिए आपको आय के प्रमाण की ज़रूरत होती है। ITR रीटर्न स्लिप, वेतन का स्लिप, बैंक का विवरण जो 6 महीने से ज्यादा पुराना न हो आय के प्रमाण के तौर पर जमा कर सकते है।
एक डीमैट अकाउंट खोलने के लिए ये सब जरुरी दस्तावेज है। हालाँकि, यदि आप NRI डीमैट अकाउंट या एक नाबालिग डीमैट अकाउंट खोलना चाहते है तो इसके लिए आपको अतिरिक्त दस्तावेज की जरुरत होती है।
यह जरुरी है की आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल न. से जुड़ा हुआ होना चाहिए जिससे आप आसानी से डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया पूरी कर सकें।
अब जैसा की हम जानते है की शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए एक डीमैट अकाउंट जरुरी है, आपको हमेशा डीमैट अकाउंट के लिए पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria) जाँच करनी चाहिए।
आइए एक नजर डालते है, भारत में डीमैट अकाउंट खोलने में कौन भाग ले सकता है ।
यदि आप ऊपर दिए गए पात्रता मानदंडों (Eligibility Criteria) को पूरा करते हैं, तो आप भारत में एक डीमैट खाता खोल सकते हैं और अपनी शेयर बाजार यात्रा शुरू कर सकते हैं।
क्या यह मजेदार बात नहीं है, यदि आपसे कहा जाए की डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको 18वें जन्मदिन तक इंतजार करने की जरुरत नहीं है।
यह बिलकुल सही है। कोई 18 साल से कम उम्र का हो तो वह भारत में नाबालिग डीमैट अकाउंट खोल सकता है। डीमैट अकाउंट उनके माता- पिता या अभिभावकों द्वारा उनके नाम पर खोला जाना चाहिए। 18 की उम्र हो जाने के बाद, ब्रोकर या सलाहकार नाबालिग अकाउंट से सामान्य अकाउंट में स्थान्तरित (Transfer) करने की प्रक्रिया शुरू करते है।
नाबालिग डीमैट अकाउंट पर केवल डिलीवरी ट्रेड्स की अनुमति है और एक नाबालिग ट्रेड एक्सेक्यूटे नहीं कर सकता है। एक नाबालिग डीमैट अकाउंट में कुछ भी होने पर माता-पिता या अभिभावक जिम्मेदार होते हैं।
इसलिए अगर आप 18 साल के नहीं हैं लेकिन आप अपने आपको स्टॉक बाजार सरगर्म (Enthusiast) के रूप में देखते है, आपको इंतज़ार करने की जरुरत नहीं आप आसानी से एक डीमैट अकाउंट खोल सकते है।
इसके बाद डीमैट अकाउंट खोलने की मानदंड (Criteria) देख चुके है,आइए अब भारत में किस तरह से आप डीमैट अकाउंट खोल सकते है उसे पर एक नजर डालते है।
डीमैट खाता खोलने के विवरण के बाद, उपयोगकर्ता हमेशा सवाल उठाते हैं कि डीमैट खाता कब सक्रिय होगा?
इसलिए, डीमैट खाते की सक्रियता (Activation) आपके द्वारा चुने गए स्टॉकब्रोकर और डीमैट खाता खोलने की विधि (Method) सहित कई कारकों पर निर्भर करती है।
उदाहरण के तौर पर – यदि आप ऑनलाइन डीमैट खाता खोलते हैं, तो इस प्रक्रिया में कम समय लगेगा और आपका अकाउंट कुछ ही घंटों में सक्रिय (Activate) हो जाएगा। यह 2 घंटे से 48 घंटे के बीच में कहीं भी हो सकता है।
लेकिन अगर आप ऑफलाइन प्रक्रिया के माध्यम से डीमैट खाता खोल रहे हैं, तो सक्रियण (Activation) में 7-10 दिन तक का समय लग सकता है।
यदि आप चॉइस के साथ अपना डीमैट खाता खोलते हैं, तो आपका डीमैट खाता सफलतापूर्वक दस्तावेज जमा करने और सत्यापन (Verification) के 4 घंटे के भीतर सक्रिय (Activate) हो जाएगा।
जब आप एक डीमैट अकाउंट खोलते है तो ट्रेड करने पर आपको ब्रोकरेज चुकाना पड़ता है लेकिन यह शुल्क बाद का है। पहले आपको डीमैट अकाउंट से जुड़े शुल्क अदा करने होते है।
यहाँ पर बहुत सारे स्टॉकब्रोकर है जो अपने उपभोगता (Customer) को मुफ्त डीमैट अकॉउंट प्रदान करते हैं, और कुछ स्टॉकब्रोकर हैं जो कुछ पैसे लेते हैं।
डीमैट अकाउंट खोलने का शुल्क ₹0-₹500 तक हो सकता है इन सबके अलावा अपने अकाउंट के सही कामकाज के लिए आपको मासिक या वार्षिक शुल्क अदा करना होता है।
ये सभी शुल्क ₹200-₹1500/प्रत्येक साल के लिए हो सकता है।
चॉइस ब्रोकिंग आपको मुफ्त डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देता है, साथ ही आप तीन अलग-अलग AMC प्लान ₹200-₹3000 तक के बीच चुनने का एक मौका प्राप्त कर सकते है।
क्या आपने एक स्टॉकब्रोकर की सेवाओं को पसंद किया? अब आप अपने दोस्तों को डीमैट खातों खोलने के लिए रेफर कर सकते हैं और इससे पैसा कमा सकते हैं। यह किसी भी अन्य रेफरल प्रोग्राम की तरह काम करता है, जिसमें आप एक सेवा का उल्लेख करते हैं और सफल सक्रियण (Successful Activation) पर इसका रेफरल प्राप्त करते है।
कुछ शर्तें हैं यदि आप रेफर और कमाना पसंद करते हैं, तो।
रेफर और कमाई के साथ, आप हर उस अकाउंट पर कमाते हैं जिसे आप रेफर करते हैं और ट्रेडिंग प्राप्त करते हैं। चॉइस ब्रोकिंग रेफर और अर्निंग पर आपको हर सफलतापूर्वक खोलें गए डीमैट अकाउंट पर ₹ 250 देता है। इतना ही नहीं, इसके साथ आपको महीने के अंत तक ₹ 250 ब्रोकरेज तक पहुंच भी मिलती है।
तो रेफर एंड अर्निंग स्कीम आपको अपने दोस्त को एक सेवा की सिफारिश करके पैसा बनाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करती है।
यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तब एक डीमैट अकाउंट ज्यादा जरुरी हो जाता है। आपको एक स्टॉकब्रोकर की चुनने की जरुरत पड़ती है जो केवल आपको वित्तीय लक्ष्य तक ही न पहुँचाए बल्कि आपको सस्ते दामों में अच्छी सेवा प्रदान करे।
खोलने की प्रक्रिया कुछ आसान चरणों में पूरी हो सकती है और आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन या ऑफलाइन खोल सकते है। ऑनलाइन प्रक्रिया काफी तेज और सुविधादायक होती है।
हम आशा करते हैं की आप को डीमैट अकाउंट कैसे खोलें इन हिंदी ? (Demat Account Kaise Khole) इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई हैं | यदि आप अपनी स्टॉक बाजार की यात्रा शुरू करने जा रहें है, तो जाने डीमैट अकाउंट के फायदे (demat account benefits in hindi) और आज ही ऑनलाइन अकाउंट खोलें।
यह सवाल अक्सर बहुत सारे ट्रेडर्स को परेशानी में डालता है आप जितना चाहें उतने डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं लेकिन केवल एक शर्त पर आप एक ही ब्रोकर साथ एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट नहीं खोल सकते यदि आप एक से ज्यादा डीमैट एकाउंट्स खोलना चाह रहें है, तो उसके लिए आप अलग-अलग ब्रोकर्स चुन सकते हैं।
स्टॉक बाजार में दो अलग-अलग डिपाजिटरी हैं, और उसमे बहुत सारे अलग-अलग डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट हैं। आप डिपाजिटरी के साथ खाता नहीं खोल सकते हैं लेकिन उसके साथ रजिस्टर्ड स्टॉकब्रोकर्स (depository participant) के साथ ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन तरीके से खाता खोल सकते हैं।
नहीं, आप बिना आधार कार्ड के एक डीमैट अकाउंट नहीं खोल सकतें हैं SEBI ने उचित विनियमन (Proper Regulation) के लिए सभी निवेशकों को अपने डीमैट को अपने आधार कार्ड से जुड़ा होने के लिए अनिवार्य किया है।